"कार्य ही पूजा है/कर्मण्येव अधिकारस्य मा फलेषु कदाचना" दृष्टान्त का पालन होता नहीं,या होने नहीं दिया जाता जो करते हैं उन्हें प्रोत्साहन की जगह तिरस्कार का दंड भुगतना पड़ता है आजीविका के लिए कुछ लोग व्यवसाय, उद्योग, कृषि से जुडे, कुछ सेवारत हैंरेल, रक्षा सभी का दर्द उपलब्धि, तथा परिस्थितियों सहित कार्यक्षेत्र का दर्पण तिलक..(निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें, संपर्कसूत्र-तिलक संपादक युगदर्पण 09911111611, 09999777358

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बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

Friday, August 29, 2014

संघ सृष्टि :- आइये, जाने।

संघ का उद्देश्य, आवश्यकता, कार्य एवं स्वरूप 
 -रा स्व सं RSS का विराट स्वरूप 
रा स्व सं के पूरे विश्व में 70 लाख स्वयंसेवक, प्रत्यक्ष जुड़े हैं तथा संघ परिवार (अनुषांगिक संगठन) के 17 करोड़ कार्यकर्त्ता इसे विश्व परिवार में एक वैश्विक स्वरूप प्रदान करते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, संघ के 98789 स्वयंसेवक मुसलमान  तथा 7689 ईसाई हैं। एक 'मुस्लिम राष्ट्रीय मंच' नमक संस्था राष्ट्रीय सोच के मुसलमानों में राष्ट्र व उनके हित में कार्य करती है। 
अपने इस विराट स्वरूप के साथ, समाज में कभी भी किसी आपदा के समय, आपात सहायता के लिए बनी सरकारी व्यवस्था ()से पूर्व संघ के स्वयं सेवक बड़ी संख्या में पहुंच कर अपना दायित्व निभाते मिलेंगे। सन 1962 में चीनी आक्रमण (तथा बाद में 65 व 71 युद्ध) में सेना की सामग्री आपूर्ति से लेकर शहरों की यातायात व्यवस्था तक इन कथित अर्ध सैनिक अनुशासित देश भक्तों ने की, जिसके कारण संघ का कट्टर विरोधी नेहरू भी 1963 की गणतंत्रता दिवस परेड में आमंत्रित कर, इन्हे सम्मानित करता है। जबकि इसी संघ पर गांधी हत्या का राजनैतिक व झूठा आरोप था। यह एक सर्वविदित तथ्य है। 
एक प्रश्न 125 करोड़ से -

चाहे बाड़ हो या सूखा, तूफान हो या भूचाल 
अथवा 1947 में पाकिस्तान में हुए हिंन्दू नरसंहार का बवाल। 
हम सुरक्षित रह सके, यह इन्ही का था कमाल, 
फिर भी हैं क्यों? ये आरोप के कटघरे में बस यही है मलाल।।
राहत और पुर्नवास संघ कि पुरानी परंपरा रही है। संघ ने 1971 के उड़ीसा चक्रवात और 1977 के आंध्र प्रदेश  चक्रवात में राहत कार्यों में महती भूमिका प्रत्यक्ष निभाई है। समय समय पर प्राकृतिक आपदाओं से घिरे समाज में सहायता के लिए बनी, सरकारी धन पर पली, सभी सरकारी तथा अर्ध सरकारी हो या गैर सरकारी संस्थाएं कैसे कार्य करती हैं यह किसी से छुपा नहीं है। राष्ट्रीय अस्तित्व और स्वाभिमान के प्रश्न पर तो सैन्य बलों के अतिरिक किसी अन्य से अपेक्षा ही नहीं की जा सकती।  तो ऐसे समय में सदा निस्संकोच त्वरित सहायता उपलब्ध होती रही है, इन्ही स्वयंसेवकों के सेवा भाव से।  सजग राष्ट्र प्रहरी का वास्तविक रूप यदि कोई है तो बस यही है! ..यही है!! ..यही है!!! ..
किन्तु तुष्टीकरण नीति के चलते, जिन्होंने शिवजी, प्रताप, लक्ष्मीबाई या सिख गुरु सहित आजाद, भगत सिंह, सुखदेब, राजगुरु, सावरकर के बलिदान नेताजी के स्थान पर, आडम्बरधारी राजनीति को पूजा है, आत्मघाती उन जैसा विश्व में नहीं दूजा है।  ऐसी व्यवस्था में संघ अपमानित तिरस्कृत या प्रताड़ित हुआ, तो कोई आश्चर्य नहीं: ऐसे समाज की रक्षा का किसी अन्य में है सामर्थ्य नहीं। 
स्पष्टतया, संघ राष्ट्ररक्षा व जागरण का संकल्प है। 
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 
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हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। 9911111611, 7531949051 
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राष्ट्ररक्षायाम उत्तिष्ठत जाग्रत, परित्राणाय साधुनाम विनाशाय

च: दुष्कृताम, अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानम सृज्याहम !! -तिलक
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं |
देश की बिगड चुकी दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता |
आओ मिलकर कार्य संस्कृति की दिशा व दशा श्रेष्ठ बनायें; -तिलक

Wednesday, August 20, 2014

आत्मविश्लेषण -भाईचारे के कैंसर का !

आत्मविश्लेषण -भाईचारे के कैंसर का ! 
वन्देमातरम,
उत्तिष्ठत पार्थ, उत्तिष्ठत जाग्रत; जागृति ही संस्कृति का बोध है।
इराक में सुन्नी आतंकी जिस प्रकार शियाओं का रक्तपात कर रहे हैं, उससे ये बातें स्पष्ट हैं कि
* जो मुस्लिम हो कर मुसलमानों का क्रूरता पूर्वक रक्तपात, महिला व अबोध बालकों के प्रति जघन्यतम अमानवीयता का व्यवहार कर रहे हैं, उ प्र सरकार व तथाकथित मानवतावादी पाखंडी इनके अपराधों को भाईचारे के नामसे कितना छुपा ले, सत्य मुजफ्फरनगर मुरादाबाद या बरेली का, ये छछूंदर लगाके भाईचारे का तेल चमेली का, छुपा नहीं सकते।
हिन्दू और शिया मुसलमान दोनों सहित सम्पूर्ण मानवता पर संकट है सुन्नी, ये जान ले हर मुन्ना मुन्नी। 
* जिनके अमानवीय आतंकी स्वरूप को जगत ये सारा जानता है, भारत भी इसे पहचानता है। ऑस्ट्रेलिया इन्हें इस रूपमे अस्वीकार कर चूका है। अमेरिका इतने विशाल देश में इन्हे एक कोना तक देने को तैयार नहीं, ऐसे शैतान का समर्थन, पालन व संरक्षण कैसा मानवतावाद है ? पाखंड है, राष्ट्रद्रोह है।
* सुन्नी आतंकीयों की अमानवीयता की दुर्गन्ध छिपाते, जो लगाके भाईचारे का तेल चमेली का, स्वयं को मानवतावादी कहने का छल करते है। सुन्नी आतंकीयों की अमानवीयता जानते हुए अनजान बनते हैं? एक ओर निरपराध हिन्दुओं के रक्तपात के उनके अपराधों के लिए हिन्दुओं को ही अपराधी का कलंक लगाकर दण्डित करना, दोहरा अत्याचार का अपराध करना है। ये पाखंडी स्वयं उनके अपराध के सहभागी बनते हैं।
* ऐसे मानवतावादी दो प्रकार के हैं: एक जो वामपंथी या मैकालेवादी, राष्ट्र के शत्रु हैं दूसरे काले अंग्रेज व शर्मनिरपेक्ष हिन्दू जो इनके 6 -7 दशकों के बनाये वातावरण (शिक्षा प्रचार व्यवस्था पर नियंत्रण द्वारा) से भ्रमित, गीता का उपदेश भूल चुके, इनका पक्ष लेते हैं।
* अंत में इनके समर्थक बताएं, मानवतावाद के नाम पर ऐसे अमानवीय शैतान का समर्थन, कर क्या आप मानवता की सेवा कर रहे हैं या विनाश ? कैंसर ग्रस्त अंश का उपचार रोकना या टालना पूरे शरीर को कैंसरमुक्त करना है या कैंसरयुक्त ? निर्णय आपका है परिणाम पूरे देश को भुगतना है।
इसका आत्मविश्लेषण करें, कहीं आपकी सोच, अनचाहे अनजाने में राष्ट्रघाती न बन जाये।
आओ भारत को सशक्त बनायें! अधिक से अधिक शेयर कर 125 करोड़ तक पहुंचाएं!!
उत्तिष्ठत अर्जुन, उत्तिष्ठत जाग्रत !! 
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, 
तब पायें - नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प- युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. 
हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, 2001 से पंजी सं RNI DelHin11786/2001(सोशल मीडिया में विविध विषयों के 30 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। 9911111611, 7531949051 
युगदर्पण मीडिया समूह YDMS से जुड़ें!! इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक, बन कर। 
যুগ দর্পণ, યુગ દર્પણ ਯੁਗ ਦਰ੍ਪਣ, யுகதர்பண യുഗദര്പണ యుగదర్పణ ಯುಗದರ್ಪಣ, يگدرپ, युग दर्पण:, yugdarpan
राष्ट्ररक्षायाम उत्तिष्ठत जाग्रत, परित्राणाय साधुनाम विनाशाय
च: दुष्कृताम, अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानम सृज्याहम !! -तिलक
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं |
 देश की बिगड चुकी दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता |
 आओ मिलकर दिशा व दशा श्रेष्ठ बनायें; -तिलक

Sunday, August 17, 2014

जन्माष्टमी की हार्दिक मंगलकामनायें !

जय श्री कृष्ण, 
अखिल विश्व में फैले समस्त सनातन भक्तों को (एकमात्र 16 कला सम्पूर्ण अवतार) श्री कृष्ण जन्माष्टमी की कोटि कोटि बधाई और हार्दिक मंगलकामनायें !
रोहिणी नक्षत्र में रात 12 बजे श्री कृष्ण का अवतरण होगा,  और शीघ्र ही कंस व जरासंध का नाश होगा। अत्याचारी अधर्मी कंस उ प्र पर सत्तासीन तथा उसके शर्मनिरपेक्ष समर्थक संरक्षक जरासंध। 

यहाँ से इडोनेसिया तक, जिनका इमान मूसल है वो मुसल मान हो कर भी, श्रद्धा अहिंसा व भारत भक्त सब जीवों के प्रति दयावान हों, हिंदू ही हैं। सांप्रदायिक यह नहीं, जिहादी सोच है।नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं | देश की बिगड चुकी दशा
व दिशा की ओर कोई नहीं देखता | आओ मिलकर दिशा व दशा श्रेष्ठ बनायें; -तिलक

Thursday, August 14, 2014

संकल्प, उनका तोड़ने का था इनका नहीं तोड़ने का!

संकल्प, उनका तोड़ने का था इनका नहीं तोड़ने का!
राम सेतु को नहीं तोड़ने का संकल्प: केंद्र 
वन्देमातरम! माँ भारती के सभी पुत्रों को सर्वत्र स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें! सोच उज्जवल है भविष्य भी उज्जवल होगा। 
लोकसभा में प्रश्नकाल के मध्य, उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन सेतु समुद्रम के मुद्दे पर सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने नई केंद्र सरकार का संकल्प दोहराया''हम किसी भी स्थिति में राम सेतु को तोड़ेंगे नहीं। राम सेतु को बचाकर देशहित में परियोजना हो सकती है, तो हम करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ''यह मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है और इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। उच्चतम न्यायालय में इस मुद्दे पर हम ऐसा सुझाव देंगे, जो सभी संबंधित पक्षों को मान्य होगा।’’ गडकरी ने कहा कि वह इसी माह इस मामले को देखने के लिए, तमिलनाडु का प्रवास करेंगे।
इस क्षेत्र को बड़े पोतों के परिवहन योग्य बनाने व तटवर्ती क्षेत्रों में मत्स्य और नौवहन बंदरगाह स्थापित करने के नाम पर केंद्र सरकार की परियोजना प्रस्तावित सेतुसमुद्रम, शिपिंग कैनाल प्रोजेक्ट, गत संप्रग काल की है। युगदर्पण की मान्यता है कि संप्र गठबंधन के ठगबंधन ने हिन्दू विरोधी मानसिकता के कारण धर्मनिरपेक्षता को शर्मनिरपेक्षता में बदलने के जो अनेकों प्रयास किये हैं, उन्ही के साथ एक रामसेतु को छलपूर्वक मिटाने का भी था। उच्चतम न्यायालय में रामसेतु सम्बन्धी शपथपत्र उसी मानसिकता का प्रमाण है। नई सरकार का रामसेतु को बचाने का संकल्प इनकी राष्ट्रभक्ति का। 
स्पष्टतया संप्रग एक ऐसी महिला का खिलौना था, जो बहु बन देश को लूटने -मिटाने आई थी प्रगतिशील नहीं, प्रगति को ग्रहण था; जबकि राजग -राष्ट्र जागरण का संकल्प है। 
इसी प्रकार नकारात्मक मीडिया भ्रम का भोम्पू है तो युग दर्पण भी राष्ट्र जागरण का संकल्प है। 
नकारात्मक मीडिया का सकारात्मक विकल्प युग दर्पण मीडिया समूह YDMS 
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं |
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Tuesday, August 5, 2014

सरकार और प्रभाव

सरकार और प्रभाव 
विश्व बैंक में कार्य कर चुके 'ममोसिं' की सरकार विश्व बैंक से ऋण मांगती थी तो मना किया जा रहा था किन्तु मोदी की सरकार को विश्व बैंक स्वयं ऋण देने को उत्सुक है; क्यों?
वह सरकार 6 माह का ब्याज नहीं दे रही थी, आज 2 माह का अग्रिम ब्याज दे चुके हैं। 
उनके शासन में हिंदी व हिन्दुओं का तिरस्कार होता था, अब सम्मान दिया जाता है। 
वे ज्यारत पर चद्दर चढ़ा रोज़ा खोल नेता देश के लुटेरे थे, यह भारत माँ का सेवक बन तथा संसद का सम्मान मंदिर सा और हिन्दू मंदिरों को सम्मान के नए युग का सूत्रपात करने वाला है। प्राकृतिक आपदा से निपटना तथा उसमे भी स्थिति नियंत्रण के अद्भुत कौशल से युक्त नेतृत्व में आशा के बीच निराशा फैलाकर, असंतोष अव्यवस्था का कुचक्र करना राष्ट्र द्रोह है। 
भ्रम फ़ैलाने के ऐसे कुचक्र में पारम्परिक नकारात्मक बिकाऊ मीडिया की भूमिका शर्मनिरपेक्षता पूर्ण है।
अच्छे दिनों का क्या कहना अब वो तो निश्चित ही आएंगे 
और इस विश्व गुरु भारत का मान भी जग भर में बढ़ाएंगे। 
यह देश, धर्म, समाज और भाषा अब न तिरस्कृत होने देंगे! 
देश की जड़ों से जुड़के रहेंगे और युगदर्पण के साथ चलेंगे !!
সরকার ও প্রভাব, સરકાર અને અસરો, ਸਰਕਾਰ ਅਤੇ ਪਰਭਾਵ, حکومت اور اثرات सरकार आणि प्रभाव, ಸರ್ಕಾರ ಮತ್ತು ಪರಿಣಾಮಗಳು, அரசு மற்றும் விளைவுகள்,  ప్రభుత్వం మరియు ప్రభావాలు, सरकार र प्रभावहरु, Government and Effects
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
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"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
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Monday, August 4, 2014

रेलगाड़ी सुरक्षा और ऊर्जा प्रबंधन सम्मेलन

रेलगाड़ी सुरक्षा और ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली पर सम्मेलन का आयोजन 
” रेलगाड़ी सुरक्षा और ऊर्जा प्रबंधन प्रणालियों में उभरते रुझान” विषय पर आज यहां एक दिन का सम्मेलन आयोजित किया गया। यह सम्मेलन रेलवे इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स संस्थान और रेलवे सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर्स संस्थान ने आयोजित किया था। सम्मेलन का शुभारंभ रेलवे इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स संस्थान और रेलवे सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर्स संस्थान के पैट्रन और रेलवे बोर्ड के सदस्य ( इलेक्ट्रिकल ) श्री कुल भूषण ने किया। इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के सदस्य स्टाफ श्री ए. के मित्तल, सदस्य यातायात रेलवे बोर्ड श्री डी. पी. पांडेय, सदस्य इंजीनियरिंग रेलवे बोर्ड श्री वी. के गुप्ता और वित्तीय आयुक्त रेलवे श्रीमती रश्मी कपूर भी मौजूद थे। 
इस अवसर पर श्री कुल भूषण ने कहा कि रेल संचालन की सुरक्षा चिंता का विषय है। भारतीय रेलवे में सुरक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए नए उपाय करने और नई प्रौद्योगिकी प्रणाली अपनाने को पूरी प्राथमिकता दी जा रही है। पैनल/इलेक्ट्रोनिक इंटरलॉकिंग/रूट रिले इंटरलॉकिंग, एक्सेल काउंटर के जरिए ब्लॉक प्रूविंग, डाटा लोगर, ट्रैक सर्किटिंग इत्यादि को अपनाया गया है जिससे स्टेशन क्षेत्र में दुर्घटनाओं में बहुत कमी आई है। 
उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे की कॉरपोरेट सुरक्षा योजना में खतरे पर सिग्नल पासिंग के जोखिम को कम करने तथा मोटरमैन/लोको पायलट द्वारा निर्धारित गति से अधिक तेज गाड़ी चलाने पर लगाम कसने के लिए प्रावधान किया गया है। 
श्री कुल भूषण ने कहा कि बिहार में नगीनगर में 1000 मेगावॉट क्षमता का कैप्टिव बिजलीघर एनटीपीसी के साथ संयुक्त उपक्रम के रूप में बनाया जा रहा है और यह निर्माण के अग्रिम चरण में है। इसकी 250 मेगावॉट की क्षमता वाली पहली इकाई मई 2015 तक चालू होने की उम्मीद है। 
इस सम्मेलन में रेल परिवहन उद्योग के तकनीकी विशेषज्ञों ने भाग लिया। इसमें दी गई तकनीकी जानकारी, आपसी विचार-विमर्श और तकनीकी परिचर्चाओं से रेलवे नेटवर्क के समक्ष चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी। सम्मेलन में सरकारी संगठनों, विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के सरकारी उपक्रमों, अग्रणी उद्योगों और निर्माताओं के 500 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। 
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