"कार्य ही पूजा है/कर्मण्येव अधिकारस्य मा फलेषु कदाचना" दृष्टान्त का पालन होता नहीं,या होने नहीं दिया जाता जो करते हैं उन्हें प्रोत्साहन की जगह तिरस्कार का दंड भुगतना पड़ता है आजीविका के लिए कुछ लोग व्यवसाय, उद्योग, कृषि से जुडे, कुछ सेवारत हैंरेल, रक्षा सभी का दर्द उपलब्धि, तथा परिस्थितियों सहित कार्यक्षेत्र का दर्पण तिलक..(निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें, संपर्कसूत्र-तिलक संपादक युगदर्पण 09911111611, 09999777358

what's App no 9971065525


DD-Live YDMS दूरदर्पण विविध राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय विषयों पर दो दर्जन प्ले-सूची

https://www.youtube.com/channel/UCHK9opMlYUfj0yTI6XovOFg एवं

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

Sunday, August 8, 2021

*टोक्यो ओलंपिक 2021 समापन समारोह:*

*टोक्यो ओलंपिक 2021 समापन समारोह:*

👉🌟🎯PL-197/197,  क्रीड़ा 🏏व सृजन मंच कला-दर्पण👈
DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण
*युदस/टोक्यो नदि 8 अग 21:* आज रविवार टोक्यो ओलंपिक खेलों के समापन समारोह में, भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे बजरंग, जितने भारतीय खिलाड़ी चाहें भाग ले सकते हैं, किन्तु केवल 10 अधिकारी ही इसमें भाग ले सकते हैं।
समारोह के मध्य रोक खिलाड़ियों की संख्या पर नहीं।
उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों ने जहां पारंपरिक वेशभूषा पहनीं, वहीं वे समापन समारोह में ट्रैक सूट पहने हुए आएंगे।

भारतीय समयानुसार शाम 4:30 बजे से आरम्भ होने वाले समारोह में हॉकी और कुश्ती के अधिकतर खिलाड़ियों के भाग लेने की संभावना है.श।

शनिवार को कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया समापन समारोह में भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे।

भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के नियमों के अनुसार ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेलों सहित भविष्य की खेल प्रतियोगिताओं में देश के ध्वजवाहक बनेंगे।

पुरुष हॉकी दल के कप्तान मनप्रीत सिंह और मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक थे।
तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार
-युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 
https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf0RjfmZfxPnviZL1zyCDsuO 

यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है । आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है । इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ।।"- तिलक 
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं । देश की बिगड चुकी दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता । आओ मिलकर कार्य संस्कृति की दिशा व दशा श्रेष्ठ बनायें-तिलक 

Wednesday, August 4, 2021

सीधा प्रसारण- शिक्षा केमं अनुराग ठाकुर, धर्मेन्द्र प्रधान 
👉PL 127, पर्या वायु, जल शिक्षा पर्यटन व बहुमुखी उत्थान दर्पण-🚩 
🔑DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण 
*युगदर्पण त्वरित समाचार प्रस्तुति 4 अगस्त 21* प्रमं मोदी के नेतृत्व में शिक्षा नीति को आरम्भ से ही, बहुमुखी विकास का सुदृढ़ आधार निर्माण करने के प्रयास 👀 शिक्षा केमं अनुराग ठाकुर, धर्मेन्द्र प्रधान मीडिया को संबोधित, सीधा प्रसारण। पर्या वायु, जल शिक्षा पर्यटन व बहुमुखी उत्थान दर्पण-🚩प्ले सूची के 127 पर उपलब्ध। 
तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार-युगदर्पण ®2001 मीडिया समूहYDMS👑 
https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf3OEHCOBetl9CGsXnDlq9LS 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
हमें, यह मैकाले की नहीं, विश्वगुरु की शिक्षा चाहिए। आओ, जड़ों से जुड़ें, मिलकर भविष्य उज्जवल बनायें।।- तिलक 
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया | इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं | देश की बिगड चुकी दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता | आओ मिलकर कार्य संस्कृति की दिशा व दशा श्रेष्ठ बनायें-तिलक

Sunday, July 25, 2021

मोदी मन की बात भाग 79

 मन की बात कार्यक्रम का 79वां भाग। 

🚩PL 1/52, मोदी.... मन की बात - युगदर्पण® प्रस्तुति-👉 (🌹1/52 प्ले-सूची- में स्थान)  

🔑DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण 

https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf0wy0geXg6bg74VIAfVlGzA 

*युदस नदि 25 जुलाई 21:* 
टोक्यो ओलंपिक में गए खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाएं-
प्रमं नरेंद्र मोदी (PM Modi) आज प्रातः 11 बजे अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann ki Baat) के माध्यम राष्ट्र को संबोधित किया। कार्यक्रम के मध्य प्रमं मोदी ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) में गए भारतीय दल को चियर करने की अपील की है। प्रमं मोदी ने कहा कि टोक्यो गए देश के खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाना आवश्यक है। प्रमं मोदी ने कारगिल युद्ध से लेकर अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के बारे में चर्चा की। प्रमं मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि त्योहारों के मध्य यह भूले नहीं कि कोरोना हमारे बीच से गया नहीं है। कोरोना सावधानियों का पालन करें।

प्रमं मोदी ने इस बीच कहा कि जो देश के लिए तिरंगा उठाता है, उसके सम्मान में, भावनाओं से भर जाना स्वाभाविक ही है. कल अर्थात 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस भी है। करगिल का युद्ध, भारत की सेनाओं के शौर्य और संयम का ऐसा प्रतीक है जिसे पूरे विश्व ने देखा। इस बार ये गौरवशाली दिवस भी अमृत महोत्सव के बीच मनाया जाएगा। इसलिए ये और भी विशेष हो जाता है। मैं चाहूंगा कि आप करगिल के रोमांचित कर देने वाली गाथा अवश्य पढ़ें, करगिल के वीरों को हम सब नमन करें। प्रमं मोदी ने इस मध्य कहा कि राष्ट्रगान को लेकर 15 अगस्त को अनोखा प्रयास किया जाएगा।

*आप लोगों से मिला सुझाव ही 'मन की बात' की वास्तविक ऊर्जा*

प्रमं मोदी ने इस मध्य कहा कि आप लोगों से मिले सुझाव ही 'मन की बात' की वास्तविक ऊर्जा है। आपके सुझाव ही मन की बात के माध्यम से भारत कि विविधिता को प्रकट करते हैं, भारवासियों के सेवा और त्याग के सुगंध को चारों दिशाओं में फैलाते हैं। हमारे परिश्रमी युवाओं के अनुसंधान से सब को प्रेरित करते हैं। मन की बात में आप के कई प्रकार के विचार भेजते हैं। हम सभी पर तो नहीं चर्चा कर पाते हैं, किन्तु उनमें से बहुत विचारों को मैं संबंधित विभागों को अवश्य भेजता हूं जिससे उन पर आगे का काम किया जा सके।

*मणिपुर और लखीमपुर खीरी का प्रमं ने किया उल्लेख*

प्रमं मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में मणिपुर में बढ़ रही सेब की खेती का भी उल्लेख किया। खेती में नए काम हो रहे हैं और लोगों की रचनात्मकता भी बढ़ रही है। उन्होंने लखीमपुर खीरी में महिलाओं को केले के तने से फाइबर बनाने का प्रशिक्षण देने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केले के आटे से केरल में गुलाबजामुन और डोसा बनाए जा रहे हैं। इनके चित्रों को सोशल मीडिया पर शेयर भी किया गया है। लखीमपुर खीरी की भांति यहां भी महिलाएं अनुसंधान में अग्रणी हैं। प्रमं मोदी ने कहा कि ऐसी नई चीजों को देखने जाइए और संभव हो तो इसका प्रयोग भी कीजिए।

*परोपकार करने वाला ही वास्तव में जीता है- प्रमं मोदी*

प्रमं मोदी ने कहा कि अपने लिए तो संसार में हर कोई जीता है। वास्तव में जो परोपकार के लिए जीता है वो ही यथार्थ में जीता है। प्रमं मोदी ने इस बीच चंडीगढ़ के संजय राणा का उल्लेख किया जो कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले लोगों में छोले भटूरे वितरण कर रहे हैं। इन बातों से पता चलता है कि हम नौकरी के साथ- साथ परोपकार का भी काम कर सकते है।

बता दें कि मन की बात कार्यक्रम का यह कार्यक्रम का 79वां भाग था। इससे पूर्व 78वें भाग में प्रमं मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के लिए चियर करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि हमारे देश में तो अधिकांश खिलाड़ी छोटे-छोटे शहरों, कस्बों, गांवों से निकल कर आते हैं। जब प्रतिभा, समर्पण, निश्चय, एवं खेल भावना (टैलेंट, डेडिकेशन, डेटर्मिनेशन और स्पोर्ट्समैन स्पिरिट) एकसाथ मिलते हैं तब जाकर कोई विजेता (चैम्पियन) बनता है।

प्रमं ने कहा था कि टोक्यो जा रहे हर खिलाड़ी का अपना संघर्ष रहा है। कई वर्ष का श्रम रहा है। वो केवल अपने लिए नहीं जा रहे बल्कि देश के लिए जा रहे हैं। हमें जाने-अनजाने में इन खिलाड़ियों पर दबाव नहीं बनाना, खुले मन से इनका साथ देना है। हर खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाना है। 

इसपर भी क्लिक करें- 👉🌟क्रीड़ा व कला-दर्पण👈 Tokyo olympics 2020: रजत जीतने पर प्रमं ने किया फोन, चानू बोलीं- मेरे लिए सपने जैसा https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf0RjfmZfxPnviZL1zyCDsuO

प्रमं मोदी ने इस मध्य गत माह दिवंगत हुए महान धावक मिल्खा सिंह को भी स्मरण किया था और उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। प्रमं मोदी ने बताया था कि जब वे (मिल्खा सिंह) अस्पताल में थे, मेरी बात हुई थी। वो खेल को लेकर इतने समर्पित और भावुक थे कि अस्वस्थ की स्थिति में भी उन्होंने तुरंत ही इसके लिए स्वीकृति भर दी किन्तु दुर्भाग्य से नियती को कुछ और ही स्वीकार था। 


हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं | देश की बिगड चुकी दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता | आओ मिलकर कार्य संस्कृति की दिशा व दशा श्रेष्ठ बनायें-तिलक