*अमिताभ बच्चन की भी सुनो*
Wednesday, June 29, 2022
*अमिताभ बच्चन की भी सुनो*
Wednesday, April 20, 2022
*पारंपरिक चिकित्सा केन्द्र उद्घाटन जामनगर सीधे प्रसारण👀*
Live: PM Modi lays foundation stone of WHO Global Centre for traditional medicine in JamNagar Gujarat.
*पारंपरिक चिकित्सा केन्द्र उद्घाटन जामनगर सीधे प्रसारण👀*
Sunday, August 8, 2021
*टोक्यो ओलंपिक 2021 समापन समारोह:*
*टोक्यो ओलंपिक 2021 समापन समारोह:*
👉🌟🎯PL-197/197, क्रीड़ा 🏏व सृजन मंच कला-दर्पण👈
DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण
*युदस/टोक्यो नदि 8 अग 21:* आज रविवार टोक्यो ओलंपिक खेलों के समापन समारोह में, भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे बजरंग, जितने भारतीय खिलाड़ी चाहें भाग ले सकते हैं, किन्तु केवल 10 अधिकारी ही इसमें भाग ले सकते हैं।
समारोह के मध्य रोक खिलाड़ियों की संख्या पर नहीं।
उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों ने जहां पारंपरिक वेशभूषा पहनीं, वहीं वे समापन समारोह में ट्रैक सूट पहने हुए आएंगे।
भारतीय समयानुसार शाम 4:30 बजे से आरम्भ होने वाले समारोह में हॉकी और कुश्ती के अधिकतर खिलाड़ियों के भाग लेने की संभावना है.श।
शनिवार को कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया समापन समारोह में भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के नियमों के अनुसार ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेलों सहित भविष्य की खेल प्रतियोगिताओं में देश के ध्वजवाहक बनेंगे।
पुरुष हॉकी दल के कप्तान मनप्रीत सिंह और मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक थे।
तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार
-युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑
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Wednesday, August 4, 2021
Sunday, July 25, 2021
मोदी मन की बात भाग 79
मन की बात कार्यक्रम का 79वां भाग।
🚩PL 1/52, मोदी.... मन की बात - युगदर्पण® प्रस्तुति-👉 (🌹1/52 प्ले-सूची- में स्थान)
🔑DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण
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*युदस नदि 25 जुलाई 21:*
टोक्यो ओलंपिक में गए खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाएं-
प्रमं नरेंद्र मोदी (PM Modi) आज प्रातः 11 बजे अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann ki Baat) के माध्यम राष्ट्र को संबोधित किया। कार्यक्रम के मध्य प्रमं मोदी ने टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) में गए भारतीय दल को चियर करने की अपील की है। प्रमं मोदी ने कहा कि टोक्यो गए देश के खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाना आवश्यक है। प्रमं मोदी ने कारगिल युद्ध से लेकर अमृत महोत्सव और स्वतंत्रता दिवस के बारे में चर्चा की। प्रमं मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि त्योहारों के मध्य यह भूले नहीं कि कोरोना हमारे बीच से गया नहीं है। कोरोना सावधानियों का पालन करें।
प्रमं मोदी ने इस बीच कहा कि जो देश के लिए तिरंगा उठाता है, उसके सम्मान में, भावनाओं से भर जाना स्वाभाविक ही है. कल अर्थात 26 जुलाई को करगिल विजय दिवस भी है। करगिल का युद्ध, भारत की सेनाओं के शौर्य और संयम का ऐसा प्रतीक है जिसे पूरे विश्व ने देखा। इस बार ये गौरवशाली दिवस भी अमृत महोत्सव के बीच मनाया जाएगा। इसलिए ये और भी विशेष हो जाता है। मैं चाहूंगा कि आप करगिल के रोमांचित कर देने वाली गाथा अवश्य पढ़ें, करगिल के वीरों को हम सब नमन करें। प्रमं मोदी ने इस मध्य कहा कि राष्ट्रगान को लेकर 15 अगस्त को अनोखा प्रयास किया जाएगा।
*आप लोगों से मिला सुझाव ही 'मन की बात' की वास्तविक ऊर्जा*
प्रमं मोदी ने इस मध्य कहा कि आप लोगों से मिले सुझाव ही 'मन की बात' की वास्तविक ऊर्जा है। आपके सुझाव ही मन की बात के माध्यम से भारत कि विविधिता को प्रकट करते हैं, भारवासियों के सेवा और त्याग के सुगंध को चारों दिशाओं में फैलाते हैं। हमारे परिश्रमी युवाओं के अनुसंधान से सब को प्रेरित करते हैं। मन की बात में आप के कई प्रकार के विचार भेजते हैं। हम सभी पर तो नहीं चर्चा कर पाते हैं, किन्तु उनमें से बहुत विचारों को मैं संबंधित विभागों को अवश्य भेजता हूं जिससे उन पर आगे का काम किया जा सके।
*मणिपुर और लखीमपुर खीरी का प्रमं ने किया उल्लेख*
प्रमं मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में मणिपुर में बढ़ रही सेब की खेती का भी उल्लेख किया। खेती में नए काम हो रहे हैं और लोगों की रचनात्मकता भी बढ़ रही है। उन्होंने लखीमपुर खीरी में महिलाओं को केले के तने से फाइबर बनाने का प्रशिक्षण देने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केले के आटे से केरल में गुलाबजामुन और डोसा बनाए जा रहे हैं। इनके चित्रों को सोशल मीडिया पर शेयर भी किया गया है। लखीमपुर खीरी की भांति यहां भी महिलाएं अनुसंधान में अग्रणी हैं। प्रमं मोदी ने कहा कि ऐसी नई चीजों को देखने जाइए और संभव हो तो इसका प्रयोग भी कीजिए।
*परोपकार करने वाला ही वास्तव में जीता है- प्रमं मोदी*
प्रमं मोदी ने कहा कि अपने लिए तो संसार में हर कोई जीता है। वास्तव में जो परोपकार के लिए जीता है वो ही यथार्थ में जीता है। प्रमं मोदी ने इस बीच चंडीगढ़ के संजय राणा का उल्लेख किया जो कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले लोगों में छोले भटूरे वितरण कर रहे हैं। इन बातों से पता चलता है कि हम नौकरी के साथ- साथ परोपकार का भी काम कर सकते है।
बता दें कि मन की बात कार्यक्रम का यह कार्यक्रम का 79वां भाग था। इससे पूर्व 78वें भाग में प्रमं मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के लिए चियर करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि हमारे देश में तो अधिकांश खिलाड़ी छोटे-छोटे शहरों, कस्बों, गांवों से निकल कर आते हैं। जब प्रतिभा, समर्पण, निश्चय, एवं खेल भावना (टैलेंट, डेडिकेशन, डेटर्मिनेशन और स्पोर्ट्समैन स्पिरिट) एकसाथ मिलते हैं तब जाकर कोई विजेता (चैम्पियन) बनता है।
प्रमं ने कहा था कि टोक्यो जा रहे हर खिलाड़ी का अपना संघर्ष रहा है। कई वर्ष का श्रम रहा है। वो केवल अपने लिए नहीं जा रहे बल्कि देश के लिए जा रहे हैं। हमें जाने-अनजाने में इन खिलाड़ियों पर दबाव नहीं बनाना, खुले मन से इनका साथ देना है। हर खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाना है।
इसपर भी क्लिक करें- 👉🌟क्रीड़ा व कला-दर्पण👈 Tokyo olympics 2020: रजत जीतने पर प्रमं ने किया फोन, चानू बोलीं- मेरे लिए सपने जैसा https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf0RjfmZfxPnviZL1zyCDsuO
प्रमं मोदी ने इस मध्य गत माह दिवंगत हुए महान धावक मिल्खा सिंह को भी स्मरण किया था और उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। प्रमं मोदी ने बताया था कि जब वे (मिल्खा सिंह) अस्पताल में थे, मेरी बात हुई थी। वो खेल को लेकर इतने समर्पित और भावुक थे कि अस्वस्थ की स्थिति में भी उन्होंने तुरंत ही इसके लिए स्वीकृति भर दी किन्तु दुर्भाग्य से नियती को कुछ और ही स्वीकार था।
Monday, January 20, 2020
YDMS👑प्रस्तुति... DD-Live YDMS दूरदर्पण, CD-Live YDMS चुनावदर्पण देश को समर्पित, दो यू-टयूब राष्ट्रीय चैनल.
सकारात्मक सार्थक श्रेष्ठ चयनित समाचार का प्रतीक YDMS👑प्रस्तुति
DD-Live YDMS दूरदर्पण विविध राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय विषयों पर दो दर्जन प्ले-सूची https://www.youtube.com/channel/UCHK9opMlYUfj0yTI6XovOFg एवं
देश की राजनीति पर युगदर्पण मीडिया समूह का नया यू-टयूब चैनल CD-Live YDMS चुनावदर्पण
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कभी विश्व गुरु रहे भारत की, धर्म संस्कृति की पताका; विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये | - तिलक
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं | देश की बिगड चुकी दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता | आओ मिलकर कार्य संस्कृति की दिशा व दशा श्रेष्ठ बनायें-तिलक
Thursday, July 7, 2016
क्या दिया वेतन आयोग के इस निर्णय ने? व कर्मचारी रोष
रपट के लागू होने के बाद प्राय: 33 लाख कर्मचारियों ने रोष प्रगट करते हुए हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी, जो अब 4 माह के लिए टल गई है। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वह रपट से पूरी तरह सहमत नहीं हैं और सरकार के पास न्यूनतम वेतन और पेंशन में वृद्धि से संबंधित दो मांगें रखी हैं।
गतिरोध दूर हुआ? बातचीत अभी जारी है
दोनों ओर से कुछ झुकने के संकेत मिल रहे हैं। सरकार की ओर से न्यूनतम वेतनमान 22-23 हजार रुपये करने की बात कही है, किन्तु कर्मचारी संगठन इस पर तैयार नहीं है... बातचीत अभी जारी है।
इस बीच लोग अभी भी रपट में दी हुई बातों को लेकर असमंजस में हैं और उन्हें कुछ मुद्दे स्पष्ट नहीं है। यदि सरकार की अनुशंसाओं और वर्तमान सातवें वेतन आयोग की रपट को देखा जाए तो कुछ बातें इस प्रकार हैं...
वेतन और भत्तों में कितनी हुई वृद्धि ?
वेतन आयोग की रपट के अनुसार मूल वेतन और भत्तों में हुई वृद्धि कुछ इस प्रकार है।
भत्तों में वृद्धि - 63 % वेतन और भत्तों को मिलाकर कुल वृद्धि - 23.55 %
जहां तक भत्तों की बात है तो कर्मचारियों को सबसे बड़ी प्रसन्नता की बात आकिभ अर्थात आवास किराया भत्ता में प्राय: 139 % की वृद्धि की है। यह लाभ कार्यरत कर्मचारियों को मिलेगा पेंशनभोगीयों को नहीं।
पेंशनभोगियों के लिए क्या किया वेतन आयोग ने?
वेतन आयोग की रपट और सरकार के निर्णय के बाद पेंशनभोगियों के खाते में पहले की तुलना में 24 % राशि अधिक आएगी।
न्यूनतम और अधिकतम वेतनमान सीमा निर्धारण?
सरकार ने वेतन आयोग की अनुशंसा और सुझाव को मानते हुए यह नीतिगत निर्णय लिया है कि न्यूनतम और अधिकतम वेतन निर्धारण होगा। वर्तमान तय दर के अनुसार यह इस प्रकार है -
न्यूनतम वेतनमान - 18000 रुपये मासिक
कर्मचारियों के लिए अधिकतम वेतन - 2.25 लाख रुपये मासिक
कबीना सचिवों के लिए - 2.5 लाख रुपये मासिक
न्यूनतम वेतन को 7000 रुपये से बढ़ाकर 18000 रुपये प्रति माह कर दिया गया है। न्यूनतम स्तर पर किसी भी नवनियुक्त कर्मचारी का प्रथम वेतन अब 18000 रुपये होगा। इसे ही 26 हजार रुपये मासिक पर ले जाने की बात कर्मचारी संगठन कर रहे हैं।
प्रथम श्रेणी अधिकारी का न्यूनतम वेतनमान कितना है?
उधर, नवनियुक्त ‘श्रेणी-1’ अधिकारी का आरम्भिक वेतन 56100 रुपये होगा। यह 1:3.12 के संकुचन अनुपात को दर्शाता है, जिससे यह पता चलता है कि सीधी भर्ती वाले किसी भी ‘श्रेणी I’ अधिकारी का वेतन न्यूनतम स्तर पर नवनियुक्त कर्मचारी के वेतन से तीन गुना अधिक होगा।
स्वास्थ्य बीमा योजना में कुछ परिवर्तन हुआ है?
स्वास्थ्य बीमा योजना को सरकार ने वेतन आयोग के सुझावों के विपरीत स्वीकार किया है। यह योजना पूर्व की भांति यथावत रहेगी। मंमं ने केंद्र सरकार कर्मचारी समूह बीमा योजना (केंसकसबीयो) में किए जाने वाले मासिक अंशदान में भारी वृद्धि करने की अनुशंसा को भी न मानने का निर्णय लिया है, जैसी कि आयोग ने अनुशंसा की थी।
वार्षिक वृद्धि कितना होगा?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि कर्मचारियों को 3 % की दर से वार्षिक वृद्धि अंश दिया जाता रहेगा।
सैन्य सेवा वेतन क्या परिवर्तन हुआ है?
सेना से जुड़े कर्माचारियों के लिए यह बड़ी जानकारी है। सरकार ने सैन्य सेवा वेतन को 15500 रुपये मासिक कर दिया है।
वेतन आयोग पर कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें