फार्मा विभाग का 26- 27 मई, 2023 'भारतीय फार्मा और भारतीय चिकि उपकरण' पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन YDMS👑
फार्मास्युटिकल्स विभाग ने 26 से 27 मई, 2023 तक नई दिल्ली में 'भारतीय फार्मा और भारतीय चिकित्सा उपकरण' पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया।
👉🎯1/240, आत्मनिर्भर, आधारिक संरचना, भावी दर्पण YDMS👑 2024👈
*▶️DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण*
*युदस नदि 26 मई 2023:* पसुका द्वारा आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के सहयोग से नई दिल्ली में फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा आयोजित भारतीय फार्मा एवं भारतीय चिकित्सा उपकरण' पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के 8वें संस्करण का उद्घाटन किया। रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम का यह 8वां संस्करण से फार्मास्युटिकल और चिकित्सा उपकरण क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा उत्पादों के विनिर्माण केंद्र के रूप में भारत को बढ़ावा देने हेतु रखा गया है।
डॉ. मनसुख मांडविया ने औपचारिक रूप से राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति 2023, चिकित्सा उपकरणों हेतु निर्यात संवर्धन परिषद और सामान्य सुविधा योजना हेतु चिकित्सा उपकरण क्लस्टर योजना का शुभारंभ किया।
विविध विषयों के अधीकृत यूट्यूब समाचार चैनल *▶️DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण* की प्ले सूची 👉🎯आत्मनिर्भर, आधारिक संरचना, भावी दर्पण YDMS👑 2024👈 में 1/240, तथा
👑कोविड, आयुष, स्वा. सेवा अन्य विशिष्ट चर्चा(त्वरित संदेश) में 1/391, पर देखें -
भारतीय फार्मास्युटिकल क्षेत्र, जिसे सही अर्थों में विश्व की फार्मेसी कहा जाता है, आने वाले वर्षों में घरेलू और वैश्विक आवश्यकताओं, दोनों के लिए अधिक योगदान देगा: डॉ. मनसुख मांडविया
सम्मेलन के भाग के रूप में, डॉ. मांडविया ने राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति, 2023 के साथ-साथ चिकित्सा उपकरणों के लिए निर्यात संवर्धन परिषद का शुभारंभ किया। डॉ. मांडविया ने विश्वास व्यक्त किया कि भारतीय फार्मास्युटिकल क्षेत्र, जिसे सही अर्थों में विश्व की फार्मेसी कहा जाता है, आने वाले वर्षों में घरेलू और वैश्विक आवश्यकताओं, दोनों के लिए अधिक योगदान देगा। इसके अतिरिक्त, 2030 तक 50 बिलियन डॉलर तक बढ़ने की क्षमता के साथ सनराइज सेक्टर समझे जाने वाले चिकित्सा उपकरण क्षेत्र के महत्व को अनुभव करते हुए, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल ही में उद्योगों और अन्य हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श के बाद तैयार की गई राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति, 2023 को स्वीकृति दी।
केंद्रीय मंत्री ने चिकित्सा उपकरण क्लस्टरों में सामान्य अवसंरचना सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने या स्थापित करने और चिकित्सा उपकरणों के लिए परीक्षण सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने या स्थापित करने के उद्देश्य से 'सामान्य सुविधाओं हेतु चिकित्सा उपकरण क्लस्टर के लिए सहायता (एएमडी-सीएफ)' नामक एक नई योजना भी आरंभ की।
वार्षिक प्रमुख सम्मेलन दो दिनों तक चलेगा- 26 मई 2023 "सस्टेनेबल मेडटेक 5.0: स्केलिंग एंड इनोवेटिंग इंडियन मेडटेक" थीम पर भारतीय चिकित्सा उपकरण क्षेत्र को समर्पित है और 27 मई 2023 “भारतीय फार्मा उद्योग उद्योग: नवोन्मेषण के माध्यम से मूल्य प्रदान करना" थीम पर फार्मास्युटिकल सेक्टर के लिए समर्पित होगा। इस कार्यक्रम के मध्य निम्नलिखित मुख्य कार्यकलाप आयोजित होंगे:
उद्घाटन सत्र आज (26 मई, 2023); 1. उद्घाटन सत्र के मध्य राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति, 2023 और सामान्य सुविधाओं हेतु चिकित्सा उपकरण क्लस्टरों (एएमडी-सीएफ) की सहायता हेतु योजना और चिकित्सा उपकरणों का निर्यात संवर्धन परिषद का औपचारिक शुभारंभ किया गया है।
2. चिकित्सा उपकरण क्षेत्र पर सीईओ का गोलमेज सम्मेलन और विषयगत सम्मेलन सत्र (आज ही)
फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र पर सीईओ का गोलमेज सम्मेलन और विषयगत सम्मेलन सत्र कल (27 मई, 2023)
फार्मास्युटिकल और चिकित्सा उपकरण उद्योगों के 100 से अधिक सीईओ दो दिनों में कई विषयगत सत्रों में भाग लेंगे, जिससे इस आयोजन में विश्व भर से सहभागिता होगा। दो दिवसीय सम्मेलन में फार्मा और चिकित्सा उपकरण क्षेत्रों के 700 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
मुख्य संबोधनों और पैनल चर्चाओं में मेडटेक हेतु व्यावहारिक व्यावसायीकरण रणनीतियों सहित कई विषयों पर अंतर्दृष्टि प्रदान की जानी है जिनमें: पायलट स्केल टू प्रोडक्शन स्केल, नवोन्मेषण एवं अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा: मेडटेक में प्रभावी गुणवत्ता प्रबंधन, मेडटेक में क्षमता और कौशल निर्माण: उद्योग-शिक्षा समेकन, भारत के विकास के स्तम्भ के रूप में फार्मास्युटिकल उद्योग और प्रमुख फाउण्डेशन विकास चालक के रूप में गुणवत्ता, फार्मास्युटिकल उद्योग मूल्य श्रृंखला को आकार देने वाला डिजिटल रुपांतरण और भारतीय फार्मा के भविष्य में तीव्र छलांग: वैश्विक बायोसिमिलर अवसरों का लाभ उठाना भी है। हेल्थकेयर, फार्मा और चिकित्सा उपकरण उद्योग के प्रयासों और निष्पादन को स्वीकार करते हुए डॉ. मांडविया ने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन और विचार-विमर्श उद्योग की पूरी क्षमता अर्जित करने हेतु जैविक और निरंतर विकास हेतु महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम के मध्य कई गणमान्य व्यक्तियों ने संबोधित किया व करेंगे जिनमें नीति आयोग के सदस्य (उद्योग), फार्मास्यूटिकल्स, स्वास्थ्य, डीपीआईआईटी और उच्च शिक्षा विभागों के सचिव, एनपीपीए के अध्यक्ष, इलेक्ट्रानिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत मानक ब्यूरो, एईआरबी, राष्ट्रीय बायो-फार्मा आयोग, भारत के औषधि महानियंत्रक, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी कानपुर, एनआईपीईआर मोहाली, बीआईआरएसी, स्वास्थ्य क्षेत्र कौशल परिषद आदि के उच्च अधिकारी सम्मिलित हैं।
-तिलक रेलन वरिष्ठ पत्रकार, युगदर्पण ®2001 मीडिया समूह YDMS👑
https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf3Tzm9p9Zp-9qh4bNX4r0zm