देश के एक एक सैनिक प्राण बहुमूल्य है
भारतीय सेना को मेरी ओर से खुली छूट है
पाकिस्तान को उसकी भाषा में उत्तर दिया जाए।।
इसके पूर्व अर्ध सत्य से हमारे समाज के पौरुष को कलंकित नपुंसता में बदल व सेना के हाथ बांध कर ही, भारत को इंडिया बनाने वालों के कारण देश में घोर विनाश हुआ।
वन्देमातरम, राष्ट्र के पौरुष को जागृत रखने से विश्व में भारत स्वाभिमान व सम्मान से खड़ा होगा।
अहिंसा ही परम धर्म नहीं, हिंसा भी परम धर्म है, देखें कि यह दोनों किन परिस्थितियों में किये गए।
अनावश्यक हिंसा उचित नहीं किन्तु पापियों के भय से कायरता को अहिंसा का नाम नहीं दिया जा सकता। उनका विनाश ही परम धर्म है।
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नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक 9911111611, 7531949051
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | छद्म वेश में फिर आया रावण | संस्कृति में ही हमारे प्राण है | भारतीय संस्कृति की रक्षा हमारा दायित्व || -तिलक
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं | देश की बिगडती दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता | आओ मिलकर इसे बनायें; -तिलक
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